LUCKNOW : डॉ अंबेडकर राष्ट्रीय एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष भवन नाथ पासवान ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संगठन के लोगों के साथ छत्रपति शाहूजी महाराज की जयंती क्षेत्रीय कार्यालय में मनायी गई। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कोल्हापुर नरेश छत्रपति शाहूजी महाराज ने उन्नीस सौ दो मैं आज ही के दिन अपने राज्य के कर्मचारियों में 50 फीसदी जगहें समाज के पिछड़े वर्गों से भरने का ऐलान किया यह पहला अवसर था जब उन्होंने अपने राज्य में नियुक्त कर्मचारियों में सभी समाज को बिना किसी भेदभाव के प्रतिनिधित्व दिया।
उन्होंने कहा कि 1927 में साइमन कमीशन ने कम्युनल अवार्ड के जरिये सूचीबद्ध लोगों को प्रतिनिधित्व मिल गया लेकिन दलितों को नहीं। उन्होंने भारत सरकार से मांग की है कि एक आयोग गठित करें और सूची में शामिल होने से वंचित रह गए लोगों को भी प्रतिनिधित्व दे। संविधान लागू हो जाने के उपरांत सूची में शामिल होने से वंचित रह गए लोगों को प्रतिनिधित्व देने के लिए काका कालेलकर आयोग बनाया गया जिसने अपनी रिपोर्ट 1955 में शासन को सौंप दिया लेकिन 1977 तक उस रिपोर्ट पर कोई विचार-विमर्श नहीं हुआ। 1977 मैं जब जनता पार्टी की सरकार बनी तो अन्य पिछड़ों को आरक्षण देने की बात जोर पकड़ने लगी।
डॉ अंबेडकर राष्ट्रीय एकता मंच देश की वर्तमान सरकार से छत्रपति शाहूजी महाराज की जयंती के शुभ अवसर पर अन्य पिछड़ों की जनगणना करा कर पहली सूची के़े पिछड़ों की तरह ही दूसरी सूची के अन्य पिछड़ों को हर क्षेत्र में हर स्तर पर आरक्षण की व्यवस्था करें।