HYDRABAD : हैदराबाद में आई बाढ़ का कारण क्या पूर्व पीएम पूर्व पी.वी. नरसिम्हा राव और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन.टी. रामाराव की समाधिया है। यह सवाल दागा है इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के नेता अकबरुद्दीन ओवैसी ने। उन्होंने इन दिवंगत नेताओं की समाधियो को ध्वस्त करने की चुनौती तेलंगाना सरकार को दी है।
असद्दुनी औवसी के छोटे भाई अकबरूददीन औवेसी ने कहा है कि यदि अतिक्रमण के नाम पर गरीबों की बस्तियों को उजाड़ा गया तो वह हुसैन सागर झील पर अतिक्रमण कर बनाई गयी इन दिवंगत नेताओं की समाधियों को ध्वस्त कर देंगे।
अकबरुद्दीन ओवैसी, जो तेलंगाना विधानसभा में एआईएमआईएम नेता हैं, उन्होंने कहा कि हुसैन सागर का क्षेत्रफल 4,700 एकड़ से घटकर महज 700 एकड़ से भी कम रह गया है।
उन्होंने सवाल दागते हुए कहा, हुसैन सागर पर नेकलेस रोड आ गया है। नरसिम्हा राव और एन.टी. रामाराव की समाधि व लुम्बिनी पार्क झील पर बनाई गई है। मैं सरकार को चुनौती दे रहा हूं कि वह समाधि को ध्वस्त करे। क्या आपके पास ऐसा करने की हिम्मत है?
वहीं तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष के.टी. रामाराव ने नरसिम्हा राव और एन.टी. रामाराव की समाधियों पर अकबरुद्दीन ओवैसी की टिप्पणी की निंदा की है। रामाराव ने ट्वीट करते हुए कहा है कि दो दिवंगत नेताओं के बारे में एआईएमआईएम नेता की टिप्पणी अनुचित है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यह सरकार है जिसने टैंक बुंड पर अतिक्रमण किया और झील के किनारे जीएचएमसी कार्यालय बनाया।