NEW DELHI : कोरोना वैक्सीन की डोज लेकर कोरोना की चपेट में आये हरियाणा सरकार के हेल्थ मिनिस्टर अनिल विज। अनिल विज ने महज 15 दिन पहले ही कोरोना की टीका लगवाया था। उन पर वैक्सीन का ट्रायल किया गया था। लेकिन डोज लेने के महज 15 दिन के भीतर ही उनके कोरोना पाजिटिव होने की खबर से वैक्सीन पर सवालिया निशान लग रहा है।
एआईएम्स के पूर्व डायरेक्टर एमसी मिश्र के मुताबिक मिनिस्टर साहब के कोरोना पाजिटिव होने के दो कारण हो सकते हैं। पहला कारण यह कि उनको कोरोना वैक्सीन दी ही नहीं गयी हो। दरअस्ल जब किसी वैक्सीन का ट्रायल होता है तो अक्सर कुछ लोगों को प्लासीबो (दवा के भ्रम में कोई सामान्य् पदार्थ) दिया जाता है और कुछ को वैक्सीन की डोज दी जाती है। लेकिन यह नहीं बताया जाता कि उन्हें सिर्फ भ्रम की दवाई दी गयी है यह बात डाटा शीट पर लिखी जाती है।
डा मिश्रा को लगता है कि कि अनिल विज को प्लासीबो दिया गया हो न कि वास्तविक वैक्सीन। ऐसे में उनका पॉजिटिव होना लाजमी है। अब दूसरा यह कारण हो सकता है कि अनिल विज को वास्तविक दवा की ही डोज दी गई हो लेकिन कोई भी वैक्सीन कारगर होने के लिए 28 दिन का समय लेती है। 28 दिन के दौरान शरीर में एंटीबॉडीज बनती हैं। ऐसे में अनिल विज को वैक्सीन लिए हुए अभी 15 दिन ही हुए हैं। इस दौरान उनके शरीर में अभी एंटीबॉडीज नहीं बनी हैं और वे संक्रमण की चपेट में आ गए हैं।