LUCKNOW : कोविड 19 की दूसरी लहर में आक्सीजन, रेमडेसीवीर और दूसरी जीवन रक्षक दवाइयों के नाम पर मरीजों को लुटने वाले धरती के भगवानों पर हमले की शुरूआत यूपी की राजधानी लखनऊ से हो गयी है। आरोप है कि कोविड पैनिक सिचुऐशन में मरीज से धन वसूलने के वाले डा. जयसवाल पर जानलेवा हमला करने वाला कोई और नहीं बल्कि उन्ही के ईलाज के दौरान अपनी जान गावं चुके मरीज के परिजन है।
ख़बर है कि कोविड इलाज के दौरान मरने वाले मरीज के परिजनों ने बुधवार देर रात घर लौटते समय डॉक्टर संदीप जायसवाल पर हमला कर दिया। एसयूवी सवार हमलावरों के हमले से डा. जायसवाल की हालत नाजुक बताई जा रही है। हमलावरों ने डा. जायसवाल पर पहले फायरिंग की फिर उनके सिर पर ईंट से भी हमला किया। हमलावारों की गोली डा. जायसवाल के जबड़े में फंसी है।
पुलिस फरार हमलावरों के परिजनों से पूछताछ कर रही है।
खबरों के मुताबिक मरने वाला मरीज डॉक्टर का दोस्त भी था और किसी बीमारी से पीड़ित था। परिवार के एक सदस्य के मुताबिक उपचार के दौरान उसे कोविड हो गया था और संक्रमण के लिए उनका इलाज किया गया। इलाज पर लगभग 2.5 लाख रुपये खर्च किए गए। परिजनों का कहना है कि मोटी रक़म खर्च कीरने के बावजू भी मृतक को बचाया नहीं जा सका।
मृतक के परिवार ने पैसे वापस करने के लिए डॉक्टर पर दबाव बनाना शुरू कर दिया, लेकिन डॉक्टर ने ऐसा करने से इनकार कर दिया । उसके बाद उन्होंने हमले की योजना बनाई। डॉक्टर की पत्नी संगीता द्वारा अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के बाद गुरुवार को हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया।
लखनऊ के चिनहट स्टेशन हाउस ऑफिसर धनंजय पांडे ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस ने डॉक्टर के आवास के पास सफेद रंग की एक एसयूवी का पता लगाया, जिसका इस्तेमाल हमलावर ने संभवत: किया है।
पांडे ने कहा, “शुरूआती जांच से पता चला है कि एसयूवी मृतक के एक रिश्तेदार की है।” पुलिस आयुक्त, लखनऊ, डी.के. ठाकुर ने शुक्रवार को कहा कि पुलिस को मामले में पर्याप्त सुराग मिले हैं और आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।