Bhopal : मध्य प्रदेश में राजनीतिक गतिविधियां अब परवान चढ़ने लगी है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कमान अपने हाथ में ले ली है। उन्होंने कमलनाथ नए नेताओं को जोड़ने के साथ—साथ पुराने सियाी दिग्गजों को फिर से कांग्रेस में लाने की कोशिशे तेज कर दी है। उनकी इन कोशिशों को सफलता भी मिलनी शुरू हो गयी है और मध्य प्रदेश में लगभग एक साल से ज्यादा समय तक कांग्रेस से दूर रहने वाले पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू रविवार को फिर कांग्रेस में लौट आए है। पिछले दिनों ही भाजपा ने गुड्डू को निष्कासित किया था। कांग्रेस विधानसभा उपचुनाव को लेकर क्षेत्रों के स्थानीय नेताओं के साथ बैठकों के सिलसिले को भी आगे बढ़ा रही है।
मध्य प्रदेश में कमल नाथ सरकार से गिरने के बाद पार्टी का सत्ता वापसी के लिए संगठन की तरफ विशेष ध्यान है, जिसके लिए लॉकडाउन के दौरान पीसीसी अध्यक्ष कमल नाथ ने प्रमुख नेताओं के साथ चर्चा के बाद प्रस्ताव अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) को भेजे थे।
इनके आधार पर जिला अध्यक्षों में बदलाव किया गया है। संबंधित जिलों में नियुक्तियों की प्रतिक्रिया पर नजर रखी जा रही है, जिसके तहत रायसेन जिले के पूर्व जिला अध्यक्ष मुमताज खान को पीसीसी में उपाध्यक्ष बनाया गया है। इसी तरह गुना और मुरैना जिलों में शहर व ग्रामीण अध्यक्ष अलग-अलग कर दिए जाने से अध्यक्षों के अधिकारों में कटौती को लेकर भी कुछ नेताओं में नाराजगी का पता लगाया जा रहा है।