रामवृक्ष, विदेश कुमार, तपस्यानंद यादव, शिवम गुप्ता, संजय यादव, दुर्गेश कुमार सहित नौ संविदा कर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया है।
Ayodhya : होम क्वारंटाइन कर्मचारी समेत 9 लोगों को नौकरी से निकाले जाने की यह बुरी खबर अयोध्या से है। अयोध्या मंडल के परिवहन विभाग में चालक परिचालक पद पर कार्यरत 9 संविदा कर्मियों की नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। इन सभी पर लाक डाउन अवधि में सूचना देने के बावजूद ड्यूटी पर अनुपस्थित रहने का आरोप है।
इन्हीं में एक कर्मी ऐसा भी है जिसके गांव में कोरोना संक्रमित मिलने के बाद हॉटस्पॉट घोषित कर दिया गया था और वह होम क्वॉरेंटाइन था। 21 दिन की अवधि के बाद जब वह घर से ड्यूटी के लिए डिपो पहुंचा तो पता चला कि उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है।
अधिकारियों ने प्रारंभिक जांच कराना तो दूर फरियाद सुनना भी उचित नहीं समझा। मामला अयोध्या डिपो का है जिसमें रामवृक्ष विदेश कुमार तपस्यानंद यादव शिवम गुप्ता संजय यादव दुर्गेश कुमार सहित नौ संविदा कर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया है।
लाक डाउन के दौरान 1 मई से 19 मई तक कर्मी अनुपस्थित थे। वरिष्ठ केंद्र प्रभारी ने इन कर्मियों की रिपोर्ट एआरएम को भेजी थी।आरोप है इन कर्मियों ने अनुबंध में शामिल सेवा शर्तों का उल्लंघन किया और लाक डाउन अवधि में आपातकालीन संचालन कार्य में उपस्थित न होने के दोषी माने गए हैं।एआरएम ने सभी को संविदा सूची से पृथक करते हुए जमा प्रतिभूति राशि को भी जब्त करने का आदेश जारी कर दिया है।
जबकि होम क्वारन्टीन रहे तपस्यानंद यादव ने निगरानी समिति के सदस्य ग्राम प्रधान और चस्पा होम क्वारन्टीन का प्रमाण पत्र भी विभाग को दिया है।एआरएम महेश कुमार ने कहा कि मुख्यालय के निर्देश पर सभी की सेवा समाप्त की गई है। नोटिस जारी की गई थी फोन भी किया गया था लेकिन कोई उपस्थित नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि निगम में संविदा कर्मियों की जांच का कोई प्रावधान नहीं है जिसके कारण उपस्थित न होने पर सभी नौ संविदा कर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।