LUCKNOW : सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने फतेहपुर के पत्रकारों द्वारा जल सत्याग्रह का समर्थन करते हुए पत्रकारि हितों के सरंक्षण की बात कही है। उन्होंने बीजेपी पर अबतक का सबसे बड़ा हमाल बोलते हुए कहा है कि भाजपा सच से डरती है क्योंकि वह हर मोर्चे पर झूठ की राजनीति करने में विश्वास रखती है। समाचार पत्र और स्वतंत्र पत्रकार इसीलिए उसकी आंखों में खटकते हैं और वह इनकी आवाज बंद करना चाहती है।
उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ की आवाज को दबाने-कुचलने के इन प्रयासों की निंदा करनी चाहिए। उन्होंने एक पत्रकार का नाम लेते हुए कहा कि भाजपा प्रवक्ता ने दिल्ली में गत 4 जून 2020 को एफआईआर दर्ज करा कर अलोकतांत्रिक एवं असहिष्णु राजनीति का परिचय ही दिया है।
सपा सुप्रीमो अलिखेश यादव ने कहा कि 24 महीनों में सोशल मीडिया पर लिखी कथित आपत्तिजनक सामग्री के बहाने उत्तर प्रदेश सरकार 16 लोगों को जेल भेज चुकी है। प्रदेश के मिर्जापुर के एक सरकारी स्कूल में मिड डे मील में बच्चों को रोटी नमक देने की खबर छापने पर पवन जायसवाल, सीतापुर के रवीन्द्र सक्सेना को क्वाॅरंटाइन सेन्टर की बदइंतजामी दिखाने पर तथा सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री की छवि धूमिल करने के आरोप में प्रशांत कनौजिया पर केस दर्ज हुए है। ‘द वायर‘ के संस्थापक सम्पादक वरदराजन पर आरोप लगा कि उन्होंने तब्लीगी जमात के बचाव में मुख्यमंत्री जी को गलत ढंग से उद्घृत किया था।
अभी पिछले दिनों ही फतेहपुर में कोरोना को लेकर सरकारी अव्यवस्था दिखाने पर जिलाधिकारी के निर्देश पर कई पत्रकारों के खिलाफ मुकदमें दर्ज करा दिए गए हैं। जिलाधिकारी के इस रवैये से पत्रकारों में खासा रोष है। पत्रकार संघ और एसोसिएशन के बैनर तले पत्रकारों के उत्पीड़न के खिलाफ जनपद फतेहपुर के पत्रकारों ने जल सत्याग्रह किया।
जिला मुख्यालय के पत्रकारों ने हुसेनगंज के भृगुधाम के बलखंडी गंगाघाट पर प्रेम शंकर अवस्थी, अजय भदौरिया, विवेक मिश्र के नेतृत्व में सुबह दस बजे से बाहर बजे तक पानी के अंदर रहकर विरोध प्रदर्शन किया। बिंदकी व जाफरगंज के पत्रकारों ने श्री अरूण द्विवेदी, श्री श्याम तिवारी की अगुवाई में बक्सर के गंगाघाट पर, चैडगरा के पत्रकारों ने गंगा नदी के गुनीर गंगाघाट पर, जहानाबाद में डाॅ0 जौहर रजा व संतोष तिवारी की अगुवाई में रिंद नदी में तथा अमौली के पत्रकारों ने श्री विमलेश त्रिवेदी के नेतृत्व में रूस्तमपुर घाट पर यमुना नदी में जल सत्याग्रह कर जिला प्रशासन द्वारा पत्रकारों के उत्पीड़न का विरोध किया।