Eta : किसी को पंतग उड़ाने में मजा आता है तो किसी का शौक़ घूमना होता है। मगर आज बात ऐसे शख्स की जिसे लोगों की हत्या करने पर मजा आता था। वह खून देखकर खुश होता और किसी की जिंदगी लेकर उसे ईद और होली जैसा मजा आता था। वह मार कर नये कपड़े पहनता था और पिक्चर देखने जाता था। जी हां यहां बात हो रही है साइको किलर की।
यूपी के एटा जिले से 30 वर्षीय साइको किलर राधे श्याम को उस वक्त पकड़ा गया जब वह अपने बड़े भाई को बस कुल्हाड़ी से मारने ही वाला था। राधे श्याम ने कुछ दिन पहले दो नाबालिग़ की हत्या की है और उसने तीन और लोगों को मारने का प्लान बना रखा था। उसकी इन लोगों से न तो दुश्मनी थी और न ही जिन्हें वह मारने वाला था उनसे कोई बैर बस वह तो लोगों को अपने मजे के लिए मारता था।
आरोपी राधेश्याम ने इंटरमीडिएट तक की शिक्षा ग्रहण की है। और वह एटा जिले के अंतर्गत आने वाले धर्मपुर गांव का रहने वाला है। आरोपी ने अपने दो भतीजों 4 फरवरी को छह वर्षीय सत्येंद्र और 9 जून को पांच वर्षीय प्रशांत का गला घोंट दिया था। सत्येंद्र राधेश्याम के बड़े भाई का बेटा था, जबकि प्रशांत उसके चचेरे भाई रघुराज सिंह का बेटा था।
सकरौली स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) कृपाल सिंह ने कहा कि 11 जून की देर रात, राधे ने अपने बड़े भाई विश्वनाथ सिंह को मारने का प्रयास किया जो सो रहा था। रिश्तेदारों ने उसे हमले से पहले पकड़ लिया और उसे पुलिस स्टेशन ले गए। पूछताछ के दौरान, आरोपी ने दावा किया कि उसे लोगों की हत्या करना पसंद है।
एटा के पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने कहा, आरोपी ने अपने दो भतीजों की हत्या करने की बात कबूल की है और खुलासा किया है कि वह तीन और लोगों की हत्या करने वाला था। वह एक साइको किलर है और लोगों की हत्या करने में उसे मजा आता है।