KANPUR : आप अपनों से सावधान रहिए गैर आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकते। जी हां बिल्कुल सही कहावत है यह कानपुर की 10वीं की छात्रा ने महज इसलिए अपनी जान दे दी कि उसके नंबरों से जयादा उसकी सहेली के नम्बर आये थे। कानपुर के कल्याणपुर पुलिस सर्कल की रहने वाली अमीशा नाम की छात्रा जिसकी आयु महज 15 व्र्श थी ने 10वीं में 83 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे। सभी खुश थे लेकिन जब अमीशा को पता चला कि उसकी सहले 85 फीसदी अंक आये तो उसके यह बात अच्छी नहीं लगी और उसने अपनी जान दे दी।
एसएसपी कानपुर दिनेश कुमार के मुताबिक इस से रिलेटेड कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है और न ही उसके माता—पिता ने कोई रिपोर्ट दर्ज कराई है। जिस वक्त अमीशा ने सुसाइड किया उस वक्त उसके माता—पिता घर पर नहीं थे। उसका भाई घर पर था और जब वह सो कर उठा तो अमीशा फांसी के फंदे में लटकी मिली।
अमीषा के पिता श्रवण कुमार निषाद के मुताबिक अमीशा को जितने अंक आने की उम्मीद थी उतने अंक नहीं आने से वह डिप्रेशन में चली गयी जबकि उसकी सहेली के अच्छे अंक आये थे।