BAGPAT : कोविड का टीका लगवाना आरएसएस नेता के परिवार को भारी पड़ गया। घटना बागपत की है जहां एक आरएसएस नेता का बेटा अक्षय अपनी मां को टीका लगवाने कोविड सेंटर पहुंचा था। अक्षय चाहता था कि उसकी मां को बिना इंतजार किये ही टीका लग जाए। इसी बात को लेकर उसकी कहा सुनी वहां मौजूद लोगों से हो गयी।
इस कहासुनी ने बड़े विवाद को जन्म दे दिया जो बाद में गाली गालौज और मारपीट में बदल गयी। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक पुलिस विवाद में शामिल युवक के घर में घुस गई। उसकी मां के साथ मारपीट की और तोड़फोड़ की। इससे क्षुब्ध 22 वर्षीय युवक अक्षय ने कथित तौर पर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।
बागपत के पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने कहा कि बिनौली थाने के 10 पुलिसकर्मियों को उनकी ड्यूटी से मुक्त कर पुलिस लाइन में लगा दिया गया है।
परिवारिक सदस्यों का कहना है कि पुलिस ने घर की महिलाओं तक का अपमान किया गया। पुलिस अक्षय की मां मधु, उसकी भाभी कमलेश और भाई धर्मवीर सिंह को हिरासत में लेकर थाने ले गई और अक्षय के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया। परिवार ने कहा कि इससे क्षुब्ध अक्षय ने कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
आत्महत्या की खबर ग्रामीणों तक पहुंचने के बाद उन्होंने पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के समझाने के बाद ग्रामीणों ने पुलिस को मंगलवार सुबह शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने की अनुमति दी।
पुलिस ने कहा कि थाना प्रभारी चंद्रकांत पांडेय, एसएसआई उधम सिंह तलान, हेड कांस्टेबल सलीम व आरक्षक अश्विनी व मुरली समेत पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
एसपी ने कहा कि अक्षय ने पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की थी, जिससे कैंप में अफरातफरी मच गई।अक्षय के खिलाफ बिनौली थाने में सरकारी काम में बाधा डालने और मारपीट करने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी।
कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए गांव में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।