9 November, Sarkar Today: भगवान राम (Bhagwan RAM) को लेकर बयान देकर राजनीतिक सुखिर्यां बटोर कर राजनीति करने वालों की कमी नहीं है। पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर नरेश अग्रवाल के बाद एक बार फिर एक सियासी रहनुमा नें भगवान राम (Bhagwan RAM) की शान में गुस्ताकी की है। ताजा—ताजा एमएलसी बने संजय निषाद ने कहा है कि भगवान राम (Bhagwan RAM) राजा दशरथ के पुत्र नहीं थे।
बीजेपी से ताल्लुक है
इससे पहले सीधे भगवान राम (Bhagwan RAM) का नाम लेकर उनके बारे में विवादास्पद टिप्पणी कर राजनीतिक शोहरत बटोरने वाले नरेश अग्रवाल की राजनीति भी खूब चमकी। फिलहाल दोनों इन दोनो नेताओं का करीबी ताल्लुक भारतीय जनता पार्टी से है और दोनो यूपी की राजनीति का केन्द्र बिंदु रहे हैं।
क्यो दिया बयान
दरअस्ल 2017 के विधानसभा चुनाव से ऐन पहले संजय निषाद ने राजनीतिक पलटी मारी थी। रात में अखिलेश यादव से मुलाकात कर सुबह बीजेपी के साथ गठबंधन कर लिया था। बदले में उनके बेटे को लोकसभा का टिकट मिला था और संजय निषाद को राज्यसभा मेंमबर बनाने का बीजेपी ने वायदा किया था ऐसा संजय निषाद ने बताया था। (Bhagwan RAM)
बदले में मिला
संजय निषाद का बेटा तो सांसद बन गया लेकिन संजय निषाद राज्यसभा मेंबर नहीं बन पाए जिसकी टीस उनके मन में है। अब संजय निषाद पर पार्टी का दबाव है कि दूसरे लोगों को भी आगे बढ़ाया जाए। ऐसे में संयज निषाद सरकार से कुछ ज्यादा पाने की सोच रहे हैं। (Bhagwan RAM)
सीएम का विरोध कर
संजय निषाद भी वही से राजनीति करते हैं जहां से सीएम योगी का ताल्लुक है। गोरखपुर में संजय निषाद 2017 से पहले तक सीएम योगी का धुर विरोध करते आये हैं। वह सीएम योगी का घेराव तक कर चुके हैं। बदली परिस्थतियों में वह अब आगे की सोच रहे हैं। (Bhagwan RAM)
विरोध ही विरोध
संजय निषाद भगवान राम (Bhagwan RAM) पर दिये गये बयान का हर ओर विरोध हो रहा है और लोगों का कहना है कि संजय निषाद को ऐसा बयान नहीं देना चाहिए था। संजय निषाद चाहते हैं कि वह कंट्रोवर्सी क्रिएट करें और फिर आलाकमान उनसे बता कर उनकी मांग पूरी कर दे।
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