21 November, Sarkar Today : जाको रखे साइयां मार सके न कोय। इस उक्ति पर अब तो यकीन कर लीजिए, चमत्कार (CHAMATKAR) कल भी होते थे और चमत्कार (CHAMATKAR) आज भी हो रहे हैं। कोई व्यक्ति ट्रेन की पटरी से जिंदा लौट आता है तो कभी कोई व्यक्ति बस के नीचे आने के बाद। अक्सर ऐसा हुआ है कि व्यक्ति कब्रिस्तान से जिंदा हो वापस लौट आया हो। इस बार चमत्कार (CHAMATKAR) मुरादाबाद से हुआ है जहां 40 साल श्रीकेश कुमार को 7 सात घंटे तक मुर्दाघर के फ्रीजर में रखा गया।
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इलेक्ट्रिशियन श्रीकेश कुमार को तेज रफ्तार मोटरसाइकिल ने टक्कर मार दी, जिसके बाद उसे गुरुवार रात जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। अगले दिन अस्पताल के कर्मचारियों ने शव को फ्रीजर में रख दिया। लगभग 7 सात घंटे बाद, जब एक पंचनामा या दस्तावेज पर शव की पहचान के बाद परिवार के सदस्यों के हस्ताक्षर लेकर शव परीक्षण के लिए सहमति देनी थी। तभी चमत्कार (CHAMATKAR) हुआ और श्रीकेश कुमार की भाभी मधुबाला ने देखा कि उसका शरीर थोड़ा हिला। वायरल हुए एक वीडियो में मधुबाला को यह कहते हुए सुना जा सकता है, वह मरा नहीं है। यह कैसे हुआ? देखिए, वह कुछ कहना चाहता है, वह सांस ले रहा है।(CHAMATKAR)
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मुरादाबाद के सीएमओ डॉ. शिव सिंह के मुताबिक इमरजेंसी डाक्टर ने सुबह 3 बजे मरीज को देखा था तब उसका दिल धड़क नहीं रहा था। तब डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया गया था। उन्होंने बताया कि इसे चमत्कार (CHAMATKAR) कहेंगे या कुछ और लेकिन सुबह पुलिस की टीम और उसके परिवार ने उसे जीवित पाया।
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जांच के आदेश दे दिए गए हैं। हमारी प्राथमिकता अब उसकी जान बचाना है। सिंह ने कहा कि यह उन दुर्लभ मामलों में से एक है। हम इसे लापरवाही नहीं कह सकते। कुमार का अब मेरठ के एक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है जहां उनकी हालत में सुधार आया है। परिजनों ने कहा, हम डॉक्टरों के खिलाफ लापरवाही की शिकायत दर्ज कराएंगे, क्योंकि उन्होंने श्रीकेश को फ्रीजर में रखकर लगभग मार डाला था। (CHAMATKAR)
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