LUCKNOW : आज यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का जन्म दिन है। और आज ही दिल्ली में बीजेपी और संघ का शीर्ष नेतृत्तव पहले से तय एक निर्णायक बैठक करने जा रहा है। बैठक का विषय यूपी के राजनैतिक हालात है। आज निर्णय लेने का दिन है क्योंकि फीडबैक और दूसरे इनपुट शीर्ष नेतृत्तव पहले ही हासिल कर चुका है।
उत्तर प्रदेश में लंबे समय से इस बात पर चर्चा की जा रही है कि सीएम योगी कभी भी हटाये जा सकते हैं। उनके राजनीतिक विरोधी समय—समय पर इस चर्चा को गर्म कर देते हैं। इस तरह की चर्चााओं को उस समय बल मिला जब पूर्व नौकरशाह एके शर्मा यूपी में एमएलसी बना कर भेजे गये।
लेकिन उनको यूपी में आये लगभग पांच माह से अधिक का समय हो चुका है और वह सिर्फ एमएलसी बन कर ही काम कर रहे हैं। पिछले दिनो यूपी के राजनीतिक हालात की नब्ज टटोलने के लिए संघ के शीर्ष नेता दत्राहसबोले आये थे। उसके बाद बीएल संतोष आये और उन्होंने दो दिन रहकर यूपी के नौकरशाहों समेत मत्रियों से मुलाकात की। यही नहीं स्वामी प्रसाद मौर्या, केशव प्रसाद और सुरेश खन्ना सरीखे नेता दिल्ली जाकर जेपी नडडा से मिलकर अपने दिल की बात करके आये है।
पंचायत चुनाव में शिकस्त, कोविड कुप्रबंधन और विधायकों की नाराजगी योगी के निगेटिव पहलू है तो। हिंदूवादी चेहरा, किसी प्रकार का आरोप न लगना और मेहनती व्यक्तितव यह उनके पाजिटव पहलू हैं। आज की बैठक में देखना यही होगा कि शीर्ष नेतृत्तव उनको यूपी में बना रहने देता है या फिर केन्द्र बुला कर उनका प्रमोशन करता है।