जयपुर : सियासी संकट कांग्रेस का पीछा छोड़ने का नाम नहीं ले रहा है। पंजाब के बाद एक बार फिर सियासी चिंगारी से निकलता धुआं राजस्थान में दिखाई दे रहा है। जहां कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी की दूत कुमारी शैलाजा पानी डालकर धुएं को राख बनाने की कोशिशों में लगी है। मामला सीएम गहलोत (CM Gehlot )मंत्रीमंडल को लेकर है। सचिन पायलट चाहते हैं कि मंत्रीमंडल का पुर्नगठन हो जबकि सीएम गहलोत सिर्फ विस्तार से काम चालाना चाहते हैं।
शिवकुमार इन जयपुर
सियासी गुत्थी को सुलझाने के लिए कानार्टक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने सीएम गहलोत (CM Gehlot ) से मुलाकात की और उसके बाद सोनिया गांधी का विशेष मैसेज लेकर कुमारी शैलजा ने गुपचुप तरीके से चर्चा की। बताया जा रहा है कि शिवकुमार सीएम गहलोत से हुई बातचीत की चर्चा दिल्ली जाकर कांग्रेस आलाकमान से करेंगे और उसके बाद निर्णय लिया जाएगा।
टेंशन का जिन्न फिर बाहर
गौरतलब है कि राजस्थान सरकार में करीब डेढ़ साल से गहलोत (CM Gehlot ) और सचिन पायलट के बीच विवाद चल रहा है। गहलोत के बेहतरीन सियासी क्राइसिस के फर्मूले से सचिन पायलट की बगावत की हवा तो निकल गयी लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं निकला। एक बार फिर राजस्थान में कांग्रेस आलाकमान को परेशानी में डालने के लिए गहलोत और सचिन पायलट की तलवारे आमने—सामने है।
कुमारी शैलाजा भी फेल
सोनिया गांधी ने कुमारी शैलजा को अपना विशेष दूत बनाकर भेजा, फिर भी बात नहीं बनी। हाईकमान खराब परफोर्मेंस वाले मंत्रियों की छुट्टी चाहता है और इसके लिए पुनर्गठन जरुरी है, लेकिन गहलोत (CM Gehlot ) मंत्रिमंडल से किसी को हटाना नहीं चाहते वे सिर्फ विस्तार चाहते हैं। अब कर्नाटक पीसीसी चीफ इस विवाद को सुलझाने में अपनी भूमिका निभाने आ रहे हैं।
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