LUCKNOW : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कारीगरों तथा अन्य पारम्परिक उद्योगों से जुड़े लोगों को विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत टूल किट बांट कर सम्मानित किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि पारम्परिक हस्तशिल्पी व कारीगर जब खुशहाल व समृद्ध होंगे, तभी समाज खुशहाल होगा और अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी। उन्होंने कहा कि वित्तीय समावेशन के साथ कारीगरों व हस्तशिल्पियों को जोड़े जाने से आत्मनिर्भर भारत अभियान को मजबूती मिलेगी।
पूरे प्रदेश में ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना’ तथा मुद्रा योजना के तहत 4,500 लाभार्थियों को 60 करोड़ रुपए का ऋण वितरित किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न जनपदों के लाभार्थियों के साथ वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद भी किया। इस अवसर पर एमएसएमई क्षेत्र के विकास के लिए उत्तर प्रदेश सरकार और सिडबी के बीच एमओयू का आदान-प्रदान किया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान विश्वकर्मा की जयन्ती तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन पर सभी को बधाई देते हुए कहा कि ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना’ के माध्यम से प्रशिक्षित हुए लाभार्थियों को प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र, टूल किट तथा स्वरोजगार स्थापना के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अन्तर्गत ऋण वितरण का कार्यक्रम सराहनीय है। उन्होंने कहा कि भगवान विश्वकर्मा विश्व के शिल्पी के रूप में जाने जाते हैं। उनकी जयन्ती के अवसर पर कारखानों और वर्कशाॅप्स में कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। यह कार्यक्रम पूजा व श्रद्धा के अलावा ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ को और बल दे सकें, इस उद्देश्य से आज का यह कार्यक्रम आयोजित किया गया।