LUCKNOW : सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर बाढ़ पूर्व तैयारियों की समीक्षा की। इस अवसर पर उन्होंने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलाधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि बाढ़ से बचाव के सम्बन्ध में किए जा रहे सभी कार्य समय रहते पूर्ण कर लिए जाएं। बाढ़ के प्रति अति संवेदनशील तथा संवेदनशील जनपदों में बाढ़ बचाव से सम्बन्धित तैयारियों पर विशेष ध्यान दिया जाए। किसी आपात स्थिति से निपटने की सारी व्यवस्था पहले से की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जनपदों में बाढ़ कण्ट्रोल रूम स्थापित किए जाएं और इन्हें निरन्तर एक्टिव रखा जाए। उन्होंने कहा कि कोविड सेण्टर्स की तरह ही सभी जनपदों में आवश्यकतानुसार आश्रय स्थलों की स्थापना की जाए, जहां पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित किया जाए। प्रत्येक जनपद के बाढ़ संवेदनशील स्थलों को चिन्हित करते हुए इनकी निरन्तर निगरानी की जाए। किसी भी हाल में जनधन की हानि न होने पाए।
सीएम योगी ने कहा कि बाढ़ के दौरान सर्पदंश की अनेक घटनाएं होती हैं। अतः सभी जनपदों में एण्टी वेनम वैक्सीन की उपलब्धता पर्याप्त संख्या में सुनिश्चित की जाए। प्रमुख सीएचसी में भी एण्टी वेनम और एण्टी रेबीज वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
सीएम योगी ने निर्देश देते हुए कहा कि बाढ़ की सम्भावना वाले जनपदों, क्षेत्रों में स्थापित किए गए तटबंधों की लगातार निगरानी की जाए। वहां निगरानी चैकियां स्थापित की जाएं, जिनमें सिंचाई विभाग तथा पुलिस के लोग पेट्रोलिंग करें। एण्टी सोशल तत्वों द्वारा तटबंधों को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया जा सकता है। ऐसे में तटबंधों की प्रभावी निगरानी अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने बाढ़ के प्रति अति संवेदनशील और संवेदनशील जनपदों में राहत और बचाव के लिए बड़े आकार की नौकाओं की व्यवस्था करने के निर्देश सभी जिलाधिकारियों को दिए। उन्होंने राहत केन्द्रों तथा बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के लिए पेट्रोमैक्स की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बाढ़ग्रस्त लोगों को ऐसी खाद्यान्न किट उपलब्ध करायी जाए, जो कोरोना लाॅक डाउन के दौरान लोगों को उपलब्ध करायी गयी है। इस किट में पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न तथा अन्य सामग्री होनी चाहिए, ताकि लोगों को असुविधा न हो।