LUCKNOW : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिलाओं व बालिकाओं की सुरक्षा व सम्मान के दृष्टिगत शारदीय नवरात्र से बासंतिक नवरात्र तक चलाए जाने वाले ‘मिशन शक्ति’ अभियान के तहत जनपद स्तर पर प्रतिदिन समीक्षा किए जाने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि यह समीक्षा बैठकें अन्य स्तरों पर साप्ताहिक, पाक्षिक व मासिक आधार पर की जाएं। उन्होंने मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक स्तर पर मासिक समीक्षा किए जाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी सम्बन्धित विभाग सुदृढ़ कार्य योजना के तहत ‘मिशन शक्ति’ सम्बन्धी कार्यक्रमों का संचालन सफलतापूर्वक करें।
अपर पुलिस महानिदेशक, महिला व बाल सुरक्षा संगठन नीरा रावत द्वारा ‘मिशन शक्ति’ तथा पुलिस महानिरीक्षक, लखनऊ रेंज लक्ष्मी सिंह द्वारा ‘आपरेशन शक्ति’ के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण किया गया। साथ ही, बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, प्राविधिक शिक्षा, औद्योगिक विकास, कृषि एवं कृषि शिक्षा, ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज, नगर विकास, परिवहन विभाग, अभियोजन, पुलिस आदि विभागों द्वारा ‘मिशन शक्ति’ की कार्य योजना के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री जी को जानकारी दी गई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महिला एवं बाल अपराध की माॅनीटरिंग हेतु जनपद स्तर पर माॅनीटरिंग कमेटी की नियमित बैठकें आयोजित की जाएं। पाॅक्सो व महिला अपराध सम्बन्धी वादों के निस्तारण के लिए तेजी से कार्यवाही हो। शिथिलता, विलम्ब या लापरवाही की स्थिति में अभियोजन अधिकारी की जवाबदेही तय की जाए।
उन्होंने पाक्सो व महिलाओं सम्बन्धी वादों के सम्बन्ध में सशक्त पैरवी किए जाने की बात कही। उन्होंने फाॅरेंसिक लैब से सम्बन्धित कार्यवाही में भी शीघ्रता लाए जाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘मिशन शक्ति’ अभियान के तहत महिला सुरक्षा व सम्मान के सम्बन्ध में सोशल मीडिया व विभिन्न संचार माध्यमों द्वारा व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।
अच्छे कार्यों की सक्सेज स्टोरी को प्रमुखता से जनता के सामने मीडिया के माध्यम से प्रस्तुत किया जाए, जिससे लोगों में प्रेरणा पैदा हो। अलग-अलग विभागों से सम्बन्धित अच्छे कार्यों और सक्सेज स्टोरीज का प्रचार-प्रसार योजनाबद्ध ढंग से किया जाए। सभी थानों में महिला हेल्प डेस्क स्थापित की जाए तथा एण्टी रोमियो स्क्वाॅड द्वारा निरन्तर अभियान चलाया जाए। सभी उपलब्ध हेल्प लाइनों जैसे-विमेन पावर लाइन ‘1090’, ‘181’, ‘102’, ‘112’ आदि का भी व्यापक प्रचार किया जाए।