LUCKNOW : लंबे समय बाद मिली जमानत भी पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर गायत्री प्रसाद प्रजापति को जेल से बाहर नहीं ला सकी। अब उनके सामने नई मुश्किलों का पहाड़ खड़ा हो गया है। गायत्री प्रसाद प्रजापति पर रेप का आरोप लगाने वाली सविता पाठक पर उनके पूर्व वकील दिनेश चंद्र त्रिपाठीने जालसाजी, धोखाधड़ी और जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज कराया है।
आरोप है कि सविता पाठक और गायत्री प्रसाद प्रजापित के बीच गुप्त समझौता हो गया जिसकी बिना पर पूर्व मंत्री की जमानत का रास्ता साफ हुआ। आरोप है कि पूर्व मंत्री ने उपरोक्त महिला के नाम करोड़ों की बेनामी संपत्ति ट्रांस्फर कर दी। बाद में सविता पाठक ने अपने पति रामसिंह पर गौतम पल्ली थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। गायत्री प्रसाद प्रजापति को जमानत मिलने के दूसरे दिन ही क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर ने रामसिंह को गौतमपल्ली से भेजा दिया था। यह पूरी कार्रवाई इंस्पेक्टर क्राइम ब्रांच ने बिना उच्चाधिकारियों के की बाद में पुलिस कमिश्नर ने इस्पेक्टर गौतम पल्ली और क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर अजीत सिंह को सस्पेंड कर दिया था।
यहां से कहानी पलट गयी। यानि कि सविता पाठक ने आरोप के बदले मिलने वाले रूपयों में अपने पति राम सिंह को हिस्सा न देने के लिए यह सब कार्रवाई की। सविता पाठक के बयान से पलटने के बाद ही पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति भी जेल से वकील को धमकी देने लगे ऐसा आरोप है। बाद में इन्ही आरोपों की बुनियाद पर गायत्री प्रसाद के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज हो गया और उनके जेल से बाहर आने के सपनों पर ग्रहण लग गया ।