LUCKNOW : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आकाशीय बिजली/थण्डरस्टाॅर्म से होने वाली क्षति को न्यूनतम किए जाने हेतु ठोस कार्य योजना बनाए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में विगत वर्षों का डाटा एकत्रित करते हुए जनहानि के कारणों का भी पता लगाया जाए। तकनीक के माध्यम से पूर्व में ही लोगों को एलर्ट/चेतावनी दिए जाने की सुचारु व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। राज्य सरकार आकाशीय बिजली व थण्डरस्टाॅर्म से होने वाली जनहानि को न्यूनतम किए जाने हेतु प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर आकाशीय बिजली/थण्डरस्टाॅर्म से होने वाली क्षति (जनहानि/पशुहानि) को न्यूनतम करने हेतु एक्शन प्लान बनाए जाने के सम्बन्ध में बैठक की। इस सम्बन्ध में उ0प्र0 राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण और राहत आयुक्त कार्यालय, उ0प्र0 द्वारा प्रस्तुतीकरण दिया गया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूर्व सूचना प्रणाली व पूर्व तैयारी के साथ, जन-धन हानि को न्यूनतम करने के लिए समन्वित रणनीति तैयार की जाए। उन्होंने कहा कि एक व्यापक सर्वेक्षण करते हुए आकाशीय बिजली से प्रभावित होने वाले जनपदों के सम्बन्ध में कार्य योजना बनायी जाए।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चेतावनी व मौसम सम्बन्धी पूर्वानुमान को जनसाधारण तक पहुंचाना अत्यन्त आवश्यक है। रेडियो, टी0वी0, मोबाइल तथा समाचार पत्रों आदि के माध्यम से लोगों को अवगत कराया जाए। जनसामान्य को यह भी बताया जाए कि थण्डरस्टाॅर्म/लाइटनिंग के समय किन सावधानियों को अपनाया जाना जरूरी है और बचाव के क्या उपाय हैं। साथ ही, लाइटनिंग से क्षति को रोके जाने के सम्बन्ध में प्रशिक्षण की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने कहा कि जनजागरूकता के कार्यक्रमों को व्यापक स्तर पर चलाए जाने की आवश्यकता है, जिससे जनसाधारण और प्रशासनिक प्रणाली, सभी को इसके लिए जागरूक किया जा सके। उन्होंने शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक स्तर पर पूर्वानुमान व चेतावनी के सम्बन्ध में जानकारी दिए जाने के निर्देश दिए।