LUCKNOW : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उद्यमियों, निवेशकों तथा उद्योगपतियों को दी जा रही सुविधाओं तथा सुरक्षा के वातावरण से प्रदेश में बड़े पैमाने पर निवेश हुआ है। उन्होंने कहा कि सद्प्रयासों से विकास की प्रक्रिया को गति दी जा सकती है। कोरोना कालखण्ड में तकनीक से जुड़कर औद्योगिक विकास को आगे बढ़ाया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह विचार गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) के औद्योगिक सेक्टर में चैम्बर आफ इण्डस्ट्रीज के नवनिर्मित उद्योग भवन के लोकार्पण अवसर पर व्यक्त किए। उन्होंने गीडा परिसर में वृक्षारोपण भी किया। उन्होने कहा कि पूर्वी उ0प्र0 में चैम्बर आफ इण्डस्ट्रीज, औद्योगिक विकास की प्रमुख संस्था है। वर्ष 1989 में गीडा की स्थापना के पश्चात चैम्बर आफ इण्डस्ट्रीज का भवन होने की मांग की गयी थी, जिसका आज नवनिर्मित उद्योग भवन के रूप में लोकार्पण हुआ है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि परम्परागत उद्योग एक बड़े निवेश का आधार है। इसे विकसित करने हेतु नीति भी प्रख्यापित की गयी है। ‘एक जनपद, एक उत्पाद‘ योजना को बढ़ावा दिया गया है। गोरखपुर में इस योजना के तहत टेराकोटा को चयनित किया गया है। उन्होंने कहा कि कुम्हारों को अपने हस्तशिल्प विकसित करने हेतु अप्रैल से जून तक तालाबों से निःशुल्क मिट्टी निकालने की अनुमति दी गयी, जो उनके लिए काफी उपयोगी सिद्ध हुई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हस्तशिल्पियों को प्रोत्साहित करने हेतु उन्हें प्रशिक्षण, उन्नत टूल किट्स तथा बैंकों से ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में निरन्तर कार्य किया जा रहा है। गोरखपुर की प्रत्येक महानगर से कनेक्टिविटी है। प्रदेश में 07 एयरपोर्ट क्रियाशील हैं और 14 पर कार्य चल रहा है। जनपद कुशीनगर में अन्र्तराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाया जा रहा है। प्रदेश में एक्सप्रेस-वे का जाल फैला हुआ है। उन्होंने कहा कि इन्फ्रास्ट्रक्चर औद्योगिक विकास की आधारशिला होती है।