MUMBAI : भले ही ”कंगना मुहिम” को पूरी दुनिया की मीडिया में जगह मिल रही है। लेकिन मुंबईकर कंगना के पक्ष में खड़े होते नहीं दिखाई दे रहे हैं। कंगना को खुद उनकी इंडस्ट्री यानी कि फिल्म नगरी का सपोर्ट नहीं मिल रहा है। अभी तक कोई भी फिल्मी कलाकार कंगना के पक्ष में नहीं बोला है। अब चाहे उसमें अनुपम खेर हो या फिर विवेक ओबराय।
कंगना मुंबई में जिस गाड़ी से घूम रही है वह भी हिमाचल नम्बर की है। कंगना के पक्ष में जो लोग सामने आये हैं उनमें करणी सेना, आठवाले की पार्टी और अयोध्या के साधू संत हैं। अमिताभ बच्चन, अनुराग कश्चयप, आशा भोसले, प्रियंका चोपड़ा से लेकर अनुश्का शर्मा तक किसी ने भी कंगना के समर्थन में दो बोल नहीं बोले हैं। ऐसे में कंगना को अपनी मुहिम को आगे बड़ाने के लिए रण्नीति में बदलाव की गुंजाईश दिख रही है।
कंगना ने शुरू दिन से सुशांत की आत्महत्या को हत्या बताया, वह पहली एसी शख्स थी जिन्होंने इस सुसाइड की तह में जाने की बात कही। वह पहली ऐसी पर्सन थी जिन्होंने इस पूरी मुहिम को आगे बड़ाया। संभवता: कंगना के बयान के बाद ही सुशांत के पिता ने बिहार में एफआईआर दर्ज कराई थी। इस केस की सीबीआई जांच के दौरान जो नाम सबसे पहले उभर कर सामने आया वह रिया चक्रवर्ती का था।