PATNA : बिहार की जनता ने फैसला एनडीए के हक में सुनाया है। एनडीए ने बहुमत के जादुई आंकड़े को पार कर लिया है। चुनाव के बाद की तस्वीर साफ है। नीतिश कुमार मुख्यमंत्री बनें रहेंगे भले ही बीजेपी के भीतर से बीजेपी के मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग जोर पकड़ रही हो। पार्टी ने साफ कर दिया है कि वह गठबंधन धर्म निभाएगी।
बिहार में सरकार बनाने के लिए 122 सीटों के बहुमत की ज़रूरत है और एनडीए ने 125 सीटें जीतकर यह अहम आंकड़ा पार कर लिया है।
एनडीए को कांटे की टक्कर देने वाला महागठबंधन बहुमत के आंकड़े से थोड़ा पीछा रह गया। महागठबंधन को 110 सीटें हासिल हुई हैं। जेडीयू को 43 सीटें मिली हैं। वहीं औवेसी की पार्टी ने पांच सीटें जीतकर बता दिया है कि वह किसी का भी खेल बिगाड़ सकती है। सीमांचल में औवेसी की पार्टी ने अच्छा चुनाव लड़ा।
वहीं वीआईपी और हम जैसी दलों ने भी चार—चार सीटें जीती है। लोजप एक ही सीट जीत पाई और उसके नेता चिराग पासवान की हसरत नीतिश को सरकार से हटाने की धरी की धरी रह गयी।