LUCKNOW : यदि अखिलेश सरकार की लैपटाप योजना को यदि योगी सरकर ने जारी रखा होता तो आज यह हालात न होते। गांव गांव में लैपटॉप पहुच चुका होतो जिसके जरिये यूपी वासी तरक्की की सीढ़ियों पर चढ़ रहे होते। यह कहना है सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव का। अखिलेश यादव ने टिवट कर योगी सरकार पर वैज्ञानिक दृष्टिकोण से काम न करने का आरोप लगाया है।
उनका टिवट कहता है कि ”यदि उप्र की रूढ़िवादी भाजपा सरकार वैज्ञानिक-दृष्टिकोण के ख़िलाफ़ दुराग्रह न रखते हुए सपा की लैपटॉप बाँटने की दूरदर्शी योजना जारी रखती तो कोरोनाकाल में शिक्षा गाँव-गाँव तक पहुँचती रहती। इस भाजपाई गलती ने युवाओं का 1 साल बर्बाद कर दिया है, जिसका जवाब ये पीढ़ी आगामी चुनाव में देगी।
वर्ष 2012 में यूपी में समाजवादी सरकार का परचम बुलंद हुआ था। सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव ने गांव में प्रचार करते हुए समाजवादी लैपटॉप योजना को लागू करने का वायादा किया था। इस योजना के तहत छात्रों को लैपटॉप बांटे गये थे। इस योजना ने जादू का काम करते हुए छात्रों को सपा के साथ लामबंद कर दिया था जिसका नतीजा यह हुआ था कि समाजवादी पार्टी ने यूपी में पहली बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी और यूपी को एक नौजवान मुख्यमंत्री मिला था।
वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश में योगी सरकर का उदय हुआ और अखिलेश सरकार की योजनाओं को बंद कर दिया गया। इसमें रीवर फ्रंट की सफाई, समाजवादी पेंशन योजना और लैपटॉप योजना आदि शामिल थी। आज अलिखेश यादव ने अपनी लैपटॉप योजना को एक बार फिर से यूपी वासियों को याद दिलाया है।