नेताओं की पहली पसंद फॉर्च्यूनर और इनोवा कार।
इनोवा की तीन महीने तो फार्च्युनर पर दो महीने की चल रही है वेटिंग ।
9 November, Sarkar Today: आप को जानकर हैरानी होगी कि इस समय जितनी मच—मच एसयूवी गाड़ियों को लेकर है उतनी मच—मच तो किसी राजनीतिक दल से विधानसभा इलेक्शन 2022 का टिकट (Vidhan Sabha Election 2022 ) हासिल करने की नहीं है। आटोमोबाइल मार्केट में महंगी गाड़ियों की धूम है और सस्ती गाड़ियों को कोई पूछ नहीं नही रहा। इन दिनों ‘फॉर्च्यूनर की वेटिंग 75 से 90 दिनों की, जबकि इनोवा की वेटिंग दो महीने से अधिक की चल रही है।
दो दिन पहले कांग्रेस पार्टी में विधानसभा इलेक्शन 2022 (Vidhan Sabha Election 2022) का टिकट हासिल करने के लिए लखनऊ की सरोजनीनगर विधानसभा से एक ज्वाइनिंग हुई। कांग्रेस ज्वाइन करने वाले नेता जी के काफिले में कम से कम 500 गाड़ियां थी। सोचिए इससे मिलता जुलता हाल प्रत्येक विधानसभा पर देखने को मिल रहा है। जो मौजूदा विधायक है वह भी और जो चुनाव लड़ने जा रहें हैं उनमें भी ज्यादातर को इनोवा और फार्च्युनर चाहिए जोकि मार्केट में उपलब्ध नहीं है।
रमा कार सेल्स के सीईओ संजीव साहनी कहते हैं कि नयी हो या पुरानी कार बाजार सभी जगह एसयूपी गाड़ियो की डिमांड है। वह कहते हैं कि किसी भी इलेक्शन से पहले कारों की डिमांड में इजाफा हो जाता है। लोग किसी भी कीमत पर एसयूवी खरीदने के लिए तैयार है लेकिन जितनी डिमांड है उतनी गाड़ियां उपल्बध नहीं है शायद इसी लिए महंगी बिक रही है। वह बताते हैं कि विधानसभा इलेक्शन 2022 का टिकट (Vidhan Sabha Election 2022) हासिल करने की दौड़ में लगे कई नेताओं ने उनहें पहले से ही बोल रखा है कि उन्हें इनोवा गाड़ियां चाहिए।
दरअस्ल विधानसभा इलेक्शन 2022 का टिकट (Vidhan Sabha Election 2022 ) मिल जाने के बाद से उम्मीदवार का ज्यादातर टाइम गाड़ी पर ही बीतता है। और कंफर्ट के मामले में इनोवा और फार्च्युनर का जवाब नहीं। यह गाड़ियां कंर्फट के साथ सुरक्षा भी प्रदान करती है इसलिए इलेक्शन का टिकट हासिल करने से पहले नेता जी गाड़ियों का जुगाड़ करते हैं।
लखनऊ। चुनाव में कुछ वर्ष पहले तक स्कार्पियो, बोलेरो और सफारी गाड़ियों की सर्वाधिक मांग होती थी, लेकिन अब ‘नेताओं की पहली पसंद 25 लाख से अधिक मूल्य की गाड़ी पहली पसंद है। नेताओं की पहली पसंद फॉर्च्यूनर और इनोवा है। इसकी वेटिंग मारामारी चल रही है। (Vidhan Sabha Election 2022)
Behan Ji आखिर अपने राजीनतिक क़िले के बाहर क्यों नहीं निकल रही!
Bhagwan RAM (भगवान राम) पर तल्ख टिप्पणी, नरेश चुप हुए तो संजय बोलने लगे