himachal pradesh : खबर हिमाचल प्रदेश से है जहां एक पति ने अपनी पत्नी की नंगी तस्वीरे सोशल मीडिया पर महज इसलिए डाल दी कि उसे सुसराल पक्ष ने दहेज में स्कूटर नहीं दी। पत्नी ने इस बात की शिकायत पुलिस में की पुलिस ने उसे अरेस्ट किया। अदालत ने उसकी अग्रिम जमानत को नमंजूर कर दिया है।
न्यायमूर्ति विवेक सिंह ठाकुर ने यह आदेश मंगलवार को अभिषेक मंगला की अग्रिम जमानत देने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए दिया। मंगला की पत्नी ने पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की थी कि उसके पति ने मोबाइल पर उसकी नग्न तस्वीरें क्लिक की हैं और उसे धमकी दी कि वह उसके पिता को उसे स्कूटर मुहैया कराने के लिए कहे, अन्यथा वह उसकी नग्न तस्वीरें इंटरनेट पर पोस्ट कर देगा।
जब पत्नी ने पति की बात नहीं मानी तो उसने उसकी पिटाई कर दी और उसके नाम से फर्जी अकाउंट बनाकर तस्वीरें सोशल मीडिया और फेसबुक पर अपलोड कर दीं। उसने फेसबुक पर की गई पोस्ट से संबंधित स्क्रीनशॉट भी अपनी पत्नी को भेजे।
अदालत ने जमानत याचिका को खारिज करते हुए कहा कि पति और पत्नी का संबंध एक विशेषाधिकार प्राप्त है और यह विवाह के संबंध में एक विश्वास प्रेरित बात है, जो पति-पत्नी को एक-दूसरे के प्रति पूर्ण समर्पण के लिए प्रतिबद्धता को जाहिर करती है।
अदालत ने माना कि पति एवं पत्नी के बीच आपसी विश्वास ऐसी सुरक्षा की भावना पैदा करता है, जो कि कभी-कभी तो माता-पिता और बच्चों से भी अधिक हो सकती है। अदालत ने पाया कि पत्नी की नग्न तस्वीरों को पोस्ट करना पारस्परिक विश्वास को तोड़ने और धोखा देने वाला कृत्य है, जो कि वैवाहिक संबंधों को प्रभावित करता है।