Bhopal : बीजेपी मध्यप्रदेश में अंदरखाने सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। सूत्रों के मुताबिक एमपी बीजेपी में गुटबाजी बड़ रही है और खुद को ज्यादा बड़ा नेता साबित करने की होड़ सी लगी है। कांग्रेस से आये ज्योतिरादित्य सिंधियां इसकी बड़ी वजह बताए जा रहे हैं।
शिवराज सरकार पर इतना ज्यादा विपक्ष हमलावर नहीं है जितना उसके हमला कर रहे हैं। कुछ दिन पहले मध्यप्रदेश के पुलिस अफसरों की कमियों को उजागर करने वाले पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी को पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का साथ मिला है। उमा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से राज्य को कानून व्यवस्था के मामले में मॉडल स्टेट बनाने की हिदायत दी है।
पिछले दिनों पुलिस महानिदेशक जौहरी का एक पत्र सार्वजनिक हुआ है, जिसमें जौहरी ने पुलिस महकमे में राजनीतिक दखल और कई आईपीएस अफसरों की लापरवाही को उजागर किया था। जौहरी को इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री का साथ मिला है।
उमा भारती ने कानून व्यवस्था को लेकर ट्वीट किया है। उनके टिवट के मुताबिक कानून व्यवस्था को एक मॉडल के रूप में स्थापित करने के लिए राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा एवं स्वयं विवेक जौहरी निर्णय लें एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को चापलूसी, राजनीतिक दलों के परिवर्तन के साथ पक्षपात एवं प्रमाद से बचें।
उमा भारती ने लिखा है, मेरे पास 1990 से शासन प्रदत्त सुरक्षा व्यवस्था रही है, इसलिए मैं स्वयं इसकी साक्षी हूं कि सामान्य श्रेणी के पुलिसकर्मी एवं अधिकारी अपने कर्तव्य के प्रति जितने जागरूक एवं परिश्रमी होते हैं, उनकी तुलना में उच्च श्रेणी के पुलिस अधिकारी आलसी व लापरवाह होने लग जाते हैं। इसमें कुछ अपवाद भी होते हैं जो उच्च पदों पर रह करके भी उतने ही सतर्क परिश्रमी रहते हैं जितने कि वह अपने सर्विस काल के आरंभ में थे, विवेक जौहरी स्वयं इसके उदाहरण हैं।
कहा, मध्यप्रदेश के डीजीपी विवेक जौहरी का वह पत्र जो सार्वजनिक हुआ है, उसमें जो तथ्य हैं वह एक सच्चाई है। विवेक जौहरी जैसा ईमानदार, कर्तव्यनिष्ठ, साहसी अधिकारी ही इस मुद्दे को उठाने की पात्रता रखता है।
उन्होंने आगे लिखा है, अब इस मसले पर हमारे राज्य की कानून-व्यवस्था बहुत दुरुस्त रहेगी। मैं विवेक जौहरी का पूर्ण समर्थन करते हुए शिवराज सिंह चौहान, नरोत्तम मिश्रा एवं विवेक जौहरी का आह्वान करती हूं कि मध्य प्रदेश को कानून-व्यवस्था के मसले में मॉडल स्टेट बनाकर दिखाएं।