NEW DELHI : विज्ञान भवन और कृषि भवन में दो दौर की तीन घंटे की बातचीत बेनतीजा रही। न किसान पीछे हटने को तैयार है और न ही सरकार की बर्फ पिघलती दिखाई दे रही है। बैठक में शामिल किसान नेता चंदा सिंह की माने तो इस वजह से बातचीत विफल रही।
सरकार चाहती है कि किसान एक कमेटी का गठन करें और सरकार उस कमेटी से बातचीत करें। सरकार का कहना है कि इतने किसानों से एक साथ बात नहीं हो सकती।
वहीं किसानों का कहना है कि वह कमेटी का गठन नहीं करेंगे। सरकार कमेटी तोड़ देगी। किसानों का यह भी कहना है कि सरकार बातचीत तो करना चाहती है लेकिन मुददों को साल्व नहीं करना चाहती।
भारतीय किसान यूनियन पंजाब के महासचिव बलवंत सिंह के मुताबिक बैठक में सरकार का रुख सहयोगात्मक नहीं दिखा। सरकार ने किसान नेताओं के साथ मिलकर मुद्दों पर विचार के लिए एक कमेटी बनाने की बात कही थी। लेकिन कमेटियों का हाल किसी से छुपा नहीं है। कमेटी के जरिए मुद्दे को सरकार लटकाना चाहती थी। इसलिए हमने कमेटी की बात नहीं मानी।
सरकार की ओर से कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रेल और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल तथा वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री सोम प्रकाश बातचीत कर रहे है तो किसानों का प्रतिनिधित्व 32 किसान प्रतिनिधियों के हाथों में हैं।