सरकार टुडे ब्यूरो : काफी दिनों से शांत चल रहे उत्तर कोरिया के तानाशह नेता किम जोंग-उन ने देश की सेना किसी भी हमले का जावाब देने के लिए तैयार रहने का आदेश दिया है। उन्होंने चार दिवसीय कार्यशाला के दौरान ‘शत्रुतापूर्ण ताकतों’ पर ‘आक्रामकता के लिए उन्मत्त और लगातार युद्ध अभ्यास’ को तेज करने का आरोप लगाया। उन्होंने आदेश देते हुए कहा कि जरूरत है कि उत्तर कोरियाई सैन्य सैनिकों से लोगों और उनकी संपत्तियों की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया जाए।
उन्होंने देश की सेना को संबोधित करते हुए कहा कि ‘दुश्मनों के किसी भी सैन्य उकसावे’ से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहे। प्योंगयांग की आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) की रिपोर्ट के अनुसार, किम ने 24-27 जुलाई को यहां सैन्य कमांडरों और राजनीतिक कैडरों के लिए एक कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए यह टिप्पणी की।
किम के हवाले से कहा गया, “कमांडरों और राजनीतिक अधिकारियों को दुश्मनों के किसी भी सैन्य उकसावे से सक्रिय रूप से और आक्रामक तरीके से मुकाबला करने की तैयारी पूरी करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।”
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने केसीएनए रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि, किम ने कोरियाई पीपुल्स आर्मी (केपीए) के सभी कमांडरों और राजनीतिक कमिसरों से अपने समग्र कार्य की गंभीरता से समीक्षा करने और कमियों और विचलन को दूर करने और अच्छे अनुभवों का आदान-प्रदान करने के तरीके खोजने के लिए ‘पहले से कहीं ज्यादा कोशिश करने’ का आह्वान किया।