GHAZIBAD : खबर गाजियाबाद से हैं जहां बड़े पैमाने पर धर्मांतरण की खबर है। खबर के मुताबिक बाल्मीकि समाज के 236 लोगों ने हिंदू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म अपना लिया है। इस धर्मातरण को कराया है बाबा साहेब अंबेडकर के परपोते राजरतन अशोक राव अंबेडकर ने।
हाथरस की घटना के बाद बाल्मीकि समाज के लोगों में रोष है। और यह धर्मांतरण भी हाथरस की घटना के बाद हुआ है। पुलिस ने मोंटू चंदेल वाल्मीकि कि शिकायत के बाद अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज की है। मोंटू का कहना है कि जाति आधारित हिंसा को उकसाने और विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने के लिए एक आपराधिक साजिश के रूप में यह धर्मांतरण किया गया।
पुलिस भी तब जागी जब बाल्मीकि समाज के ही लोगों ने इस धर्मांतरण का विरोध किया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
यह घटना हाथरस मामले के बाद सामने आई है। उत्तर प्रदेश के हाथरस में 14 सितंबर को चार ऊंची जाति के लोगों द्वारा वाल्मीकि समुदाय की एक किशोरी से कथित तौर पर दुष्कर्म करने की घटना समाने आई थी। घटना के 15 दिनों के बाद दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में युवती ने दम तोड़ दिया था, जिसके बाद हाथरस जिला प्रशासन ने परिवार को बताए बिना उसका दाह संस्कार कर दिया था।
पुलिस ने आईपीसी की धारा 153-ए (धर्म, नस्ल, जन्म स्थान, निवास, भाषा, आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने और सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश करने) और 505 के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस अधीक्षक (सिटी) 2, गाजियाबाद, ज्ञानेंद्र सिंह के मुताबिक पुलिस ने अभी जांच शुरू नहीं की है।
उन्होंने कहा, हमने शिकायत के आधार पर आज प्राथमिकी दर्ज की है। शिकायतकर्ता द्वारा लगाए गए आरोप, जिसमें उन्होंने प्रमाण पत्र के सत्यापन, उल्लिखित विवरण के बारे में कहा है, उसे लेकर आगे की जांच जारी है। यह धर्मातरण 14 अक्टूबर को की उपस्थिति में किया गया था, जो हैं। इसके बाद बौद्ध सोसायटी ऑफ इंडिया ने परिवर्तित सदस्यों को प्रमाण पत्र वितरित किए।