AGRA : आगरा को न जाने किस की नजर लग गयी। सबसे पहले दुनिया के आंठवे अजूबे ताजमहल पर ताले पड़े उसके बाद पेठा उद्योग प्रभावित हुआ और अब खबर आ रही है कि वहां के जूता उद्योग ने भी दम तोड़ दिया है। जिस प्रकार से आगरा का ताजमहल पूरी दुनिया में फेमस है, उतना ही जलवा आगरा के बने जूतों का भी है। स्पोर्टस शूज हो या फिर फैंसी, लेदर शूज हो या फिर प्लास्टि के आगरा के जूतों का जवाब नहीं।
बात अगर आगरा के शूज इंडस्ट्री की करें तो जूता व्यापारी भुखमरी की कगार पर हैं। व्यापारियों का कहना है बिजली का बिल स्टाफ का खर्च भी घर से देना पड़ रहा है। वहीं जूता व्यापारियों की हालत इतनी गंभीर है कि वह खुद अपने खर्च और घर के खर्च चलाने में असमर्थ हैं।
व्यापारियों की उम्मीद थी कि अनलॉक होने के बाद व्यापार खुलेंगे और व्यापारी जो काफी समय से घर पर बैठा था अपने व्यवसाय चालू होने के बाद कुछ पैसा कमाएंगे जिससे उनके घर का गुजर बसर चल सकेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ अनलॉक होने के बाद आज तक स्थिति में सुधार नहीं आया।
व्यापारी कहते हैं जीएसटी ने पहले ही व्यापार की कमर तोड़ दी थी और अब कोरोना की वजह से और हालात गभीर हैं अब सरकार को व्यापारियों कि तरफ कुछ सोचना