Ayodhya : अयोध्या में विराजमान रामलला के भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन को लेकर उल्टी गिनती शुरू हो गई है। भूमिपूजन आगामी 1 जुलाई को प्रस्तावित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी को दिल्ली में आमंत्रण पत्र देकर लौटे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय और ट्रस्ट सदस्य अनिल मिश्र ने भूमि पूजन को लेकर तैयारियां शुरू करवा दी हैं।
तैयारियों का जायजा लेने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 18 जून को राम नगरी अयोध्या आ रहे हैं। इसके लिए मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट भी किया है। सीएम योगी भूमि पूजन को लेकर तैयारियों का जायजा लेंगे साथ ही अयोध्या मंडल के कानून व्यवस्था और अपराध की समीक्षा भी करेंगे।सुप्रीम कोर्ट की ओर से अयोध्या विवाद में विवादित जमीन का मालिकाना हक विराजमान रामलला के पक्ष में दिए जाने और राम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर केंद्र सरकार की ओर से श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन किया गया है ।
ट्रस्ट में राम मंदिर निर्माण के प्रथम चरण में जन्म भूमि पर विराजमान रामलला समेत भाइयों के विग्रह को परिसर में ही मानव भवन के निकट बुलेट प्रूफ शीशा युक्त अस्थाई फाइबर शेड के मंदिर में शिफ्ट करवाया है और जन्म भूमि तथा आसपास के क्षेत्र का समतलीकरण कार्य पूरा हो चुका है। वर्तमान में परिसर में रसोई और रामकथा संग्रहालय क्षेत्र में ट्रस्ट की ओर से भूमि के समतलीकरण का कार्य कराया जा रहा है। दिल्ली से वापस लौटे ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने रविवार को संध्या आरती के समय परिसर में ही ट्रस्ट के अन्य सदस्यों तथा राम मंदिर निर्माण का तकनीकी कार्य देख रही लार्सन एंड टूब्रो कंपनी के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ मंत्रणा की है।जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए प्रस्तावित भूमि पूजन को लेकर तैयारियों का खाका तैयार किया है।
ट्रस्ट मे सदस्यों तथा काम में जुटे अधिकारियों और कर्मचारियों को भूमिपूजन की तैयारियों में जुट जाने का निर्देश दिया है। सोमवार को प्रदेश सरकार के अधिकृत ट्विटर अकाउंट से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से 18 जून को भूमि पूजन की तैयारियों का जायजा लेने के लिए अयोध्या दौरे की बात रिट्वीट की गई है। अयोध्या विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने भी मुख्यमंत्री के अयोध्या दौरे की पुष्टि की है।