BEHRAICH : बहराइच कलेक्ट्रेट में ग्राम प्रधानों ने प्रशासनिक नीतियों का विरोध कर हंगामा किया। उनका कहना है कि उनको जो गाये पालन पोषण के लिए दी गई है वह गाय अब भुखमरी की कगार पर हैं। गांव के प्रधान गाय को खिलाते खिलाते खुद भुखमरी के कगार पर आ गए है। प्रधानों का आरोप है कि प्रशासन द्वारा उन्हें बजट नहीं दिया जाता है और प्रधानों से गाय को पालन पोषण करने का जिम्मा दिया गया है ऐसे में कई प्रधानों का पैसा भी फंसा हुआ है उनका कहना है कि जो बजट आना चाहिए या नहीं आया है वह अपनी जमा पूंजी मे से लाखों रुपए लगा चुके हैं। उनका कहना जब इसकी शिकायत किसी अधिकारी के पास करने जाते हैं तो वह उन्हें यहां से वहां भटका आते हैं
इस मामले पर ग्राम कटहा के प्रधान प्रतिनिधि मुस्कातीम का कहना है कि उन्हें गाय तो दे दी गई हैं लेकिन उनकी देखभाल करने कोई प्रशासनिक अधिकारी नहीं आता है गायों को प्रधान के हवाले करके अब उन्हें ही सिर्फ उसकी देखभाल का जिम्मा दे दिया गया है ऐसे में गाय को खिलाते खिलाते वह खुद भुखमरी के कगार पर आ गए हैं उनका कहना है कि 800000 से ऊपर उनका रुपया पैसा बड़ा है जो कि गायों के भरण-पोषण के लिए उन्होंने खर्चा किया है उन्होंने कहा कि जब भी वह किसी अधिकारी के पास इस बात की शिकायत लेकर जाते हैं तो वह उन्हें कहीं से कहीं तो कहीं से कहीं फट खाते हैं उनका कहना है प्रशासन उनके साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है।