DEVARIA : इन का नाम असली नाम केशव कान्त मिश्रा है। इन्होंने कमल कुमार मिश्रा के नाम के फर्जी दस्तावेजों के आधार पर शिक्षा विभाग में नौकरी पा ली। यह कम्पोजिट विद्यालय जगरनाथ छपरा, विकास खण्ड भाटपाररानी, देवरिया में प्रधानाध्यापक की नौकरी कर हर महीने मोटी रकम पा रहे थे। इन्हें एसटीएफ की टीम के निरीक्षक सत्यप्रकाश सिंह, उ0नि0 सूरजनाथ सिंह हे0का0 यशवन्त सिंह का0 आशुतोष तिवारी का0 महेन्द्र प्रतापसिंह ने गिरफ्तार किया है।
पूछताछ पर फर्जी प्रधानाध्यापक केशव कान्त मिश्रा ने बताया कि वर्ष 2008 में मुक्तिनाथ नाम के एक व्यक्ति ने कमल कुमार मिश्र के नाम का फर्जी दस्तावेज तैयार कराकर दिया था एवं वर्ष-2010 में मुक्तिनाथ ने रू0 1.50 लाख में मेरी नियुक्ति कराया था। जबकि मेरा असली नाम केषव कान्त मिश्र है।
मैने कमल कुमार मिश्रा के नाम से ही अपना पैन कार्ड, आधार कार्ड एवं निवास प्रमाण पत्र कमल कुमार मिश्र पुत्र भृगुनाथ मिश्र नि0 धकपुरा, पोस्ट इसरौली, थाना लार, देवरिया बनवा लिया था। पैन कार्ड बनवाने के लिये अंकपत्र आदि कागजात मुझे मुक्तिनाथ ने दिलवा दिया था। एसटीएफ टीम गोरखपुर द्वारा मुक्तिनाथ को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था, जब मुक्तिनाथ पर मुकदमा दर्ज हुआ था तब मेरा नाम भी पेपर में आया था। लेकिन उस समय मुझसे कोई पूछताछ करने नही आया तब मैं निश्चिन्त हो गया था कि मेरे विरुद्ध कोई कार्यवाही नही होगी और मै अनवरत नौकरी करता रहा।