LUCKNOW : यूपी के चुनावी चौसर पर रोज नई चालों का खेला जाना जारी है। भारतीय जनता पार्टी में मची बमचक के बीच बहन जी ने अपने दो सेनापति को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। वहीं खुशी दुबे का मामल भी तूल पकड़ता जा रहा है। तमाम ब्रहमण संगठन इस बात को लेकर जद्दोजहद कर रहे हैं कि खुशी दुबे को कैसे जेल से बाहर निकाला जाए।
ब्रहमण संगठन इस पूरे प्रकरण में योगी सरकार को घेरने की कोशिश करते हुए दिखाई दे रहे हैंं वह ऐसे तमाम उदाहरण दे रहे है कि खुशी दुबे को सरकार को जेल में डालना ही नहीं चाहिए था। महज चार दिन की बेवा के साथ यह अन्याय हो रह है।
मरने से पहले विकास दुबे ने अपने करीबी से खुशी की शादी कराई थी। इस शादी में न सिर्फ विकास दुबे शरीक हुआ था बल्कि दावतों का भी इंतजाम उसकी ओर से किया गया था। खबर इस प्रकार है कि खुशी दुबे को जेल के भीतर से चुनाव लड़वाने की तैयारी की जा रही है।
सवाल यही है कि खुशी दुबे किस दल से चुनाव लड़ेगी। मिल रहे राजनीतिक संकेतों के तहत उनका चुनाव लड़ने की इच्छा सर्वजन हिताय का नारा देने वाली बसपा की ओर है। यदि वहां बात नहीं बनती है तो वह किसी भी छोटे या बड़े दल से चुनाव लड़ सकती है।