अयोध्या :— अयोध्या निर्वाणीअनी अखाड़ा के महंत व राम मंदिर मामले में हिंदू पक्षकार रहे महंत रामदास ने केंद्र सरकार को नोटिस भेजा है। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से नाराज महंत धर्मदास ने अपने वकील के जरिए गृह मंत्रालय को रजिस्ट्री द्वारा नोटिस भेजा है।
महंत धर्मदास का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट की मंशा के अनुसार केंद्र सरकार ने राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का निर्माण नहीं किया जिससे ट्रस्ट के लोग अनाप-शनाप कार्य कर रहे हैं। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय पर गंभीर आरोप लगाते हुए महंत धर्मदास ने कहा कि ट्रस्ट पर चंपत राय का कब्जा है।
उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण के नाम पर जनता से भीख मांगी जा रही है। 11 लाख गांव में भगवान श्री राम की प्रतिमा लेकर ट्रस्ट भीख मांग रहा है। महंत धर्मदास ने कहा कि भीख मांगने से मंदिर नहीं बनता। जनता अपनी श्रद्धा से जो देती है उससे बनता है। महंत धर्मदास ने कहा कि केंद्र सरकार 2 महीने के अंदर जवाब दे नहीं तो वे सुप्रीम कोर्ट में ट्रस्ट के खिलाफ याचिका दाखिल करेंगे।
केंद्र सरकार पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट की मंशा के अनुसार केंद्र सरकार ने राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का निर्माण नहीं किया। ट्रस्ट के लोग मंदिर के नाम पर भीख मांग कर अपना घर भरेंगे। दरअसल राम मंदिर मामले के हिंदू पक्षकार रहे महंत धर्मदास काफी दिनों से ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय से नाराज चल रहे हैं।
ट्रस्ट में चंपत राय का होना महंत धर्मदास को नागवार गुजर रहा है जिसके कारण आए दिन महंत धर्मदास चंपत राय पर आरोप लगाते रहे हैं। एक बार फिर चंपत राय को निशाने पर लेते हुए महंत धर्मदास ने केंद्र सरकार को नोटिस भेजा है।
बताते चलें कि सुप्रीम कोर्ट ने महंत धर्मदास के पूजा के अधिकार के मामले पर महंत धर्मदास को हक देने से इनकार कर दिया था जिसके बाद महंत धर्मदास राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र से दूर हो गए और केंद्र सरकार ने भी महंत धर्मदास को ट्रस्ट में नहीं रखा जिसके कारण महंत धर्मदास नाराज चल रहे हैं। यह
नोटिस केंद्र सरकार को बहुत पहले ही भेजने की योजना थी लेकिन राम मंदिर भूमि पूजन को लेकर आरएसएस के नेताओं ने महंत रामदास को मना कर राम जन्म भूमि पूजन में शामिल किया था।