New Delhi : पाकिस्तान ने जुर्रत की तो भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक कर उसके घर में घुस कर मारा वहीं चीन ने जैसा किया उसको उसी की भाषा मे भारत ने जवाब दे दिया। भारत की ताकत चीन को घुस कर मारने की है और भारत ने ऐसा किया भी है। सरहद पर यदि भारत के 20 वीर जवानों ने जीवन की आहूति दी है तो उन्होंने चीनी सैनिक मारे भी है।
भारत को पता है कि चीन की रीण की हडडी उसका डाटा है। चीनी ने चालकी से पूरी दुनिया में लोगों का तकनीक के जरिये डाटा इकटठा किया और फिर उसका व्यापार। भारत द्वारा 59 चीनी एप्लीकेशन को बंद करने के भारत के फैसले को चीन पचा नहीं पा रहा। उसे उम्मीद नहीं थी कि भारत इस तरह का कदम उठा सकता है तभी तो चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा कि चीन इस मुददे पर दृढ़ता से चिंतित है और स्थिति की जांच कर रहा है।
दरअसल केंद्र सरकार ने टिकटॉक, यूसी ब्राउजर, शेयरइट, क्लब फैक्टरी, कैम स्कैनर, ईएस फाइल एक्सप्लोलर, हेलो जैसे कई पॉपुलर चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया गया है, जिस वजह से चीन की घबराहट बढ़ गई है। झाओ लिजियन ने आगे कहा, “हम इस बात पर जोर देना चाहते हैं कि चीनी सरकार हमेशा चीनी व्यवसायों को अंतरराष्ट्रीय और स्थानीय कानूनों-विनियमों का पालन करने के लिए कहती है। भारत सरकार की जिम्मेदारी है कि वह चीनी सहित अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों के कानूनी अधिकारों को कायम रखें केंद्र सरकार ने उन 59 मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगाया जो भारत की संप्रभुता एवं अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए नुकसानदेह हैं। यह यूजर के डेटा को चुराकर, उन्हें गुपचुक तरीके से भारत के बाहर स्थित सर्वर को भेजते हैं। इसमें टिकटॉक भी शामिल है, जिस वजह से लोगों की प्राइवेसी खतरे में पड़ गई थी।